Saturday 20 August 2011

baat bas itni si hai...

बात बस इतनी सी है कि ,
कभी ये चेहरा भी याद कर लिया करो .
वक़्त का क्या पता ,
गर कभी ये याद किया तो नज़र न आये.

यूँ ही वक़्त निकल जाता है ,
भूली बिसरी यादें रह जाती है .
मन में यही यादें ,
उम्र भर एक दर्द सी बन जाती है.

यूँ तो जीवन एक सफ़र है ,
इस सफ़र में कई साथ मिलेंगें .
पर पूरा सफ़र साथ निभाने को नहीं होगा,
तब हमको याद करोगे हम नज़र नहीं आयेंगें .

बात बस इतनी सी है कि .....
गर समझ सको तो समझ लेना ,
ढाई आखर प्रेम को,
अपने दिल में बसा लेना .. द्वारा अपनी कल्पना

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